Baarish !

आज रोया बादल संग मेरे
बोला में हूँ संग तेरे
ना गीरे आंसू यू मेरे
वो बोला में फिर भी हूँ संग तेरे

आया फिर एक दिन ऐसा
की भारी हुआ ये मन कैसा
ना रात बीती फिर उस दिन जैसा
ना समझी आया फिर एक दिन ऐसा

सिस्क्ते हुए खुदसे पूछा
क्यू है परेशान बता
सिर्फ़ खामोशी ना कोई जवाब मिला
बादल गरजे एक पैग़ाम मिला

उस पैग़ाम में आज रोया बादल संग मेरे
बोला में हूँ संग तेरे
ना गीरे आंसू यू मेरे
वो बोला में फिर भी हूँ संग तेरे

--

--